Bhalmansi ka Paryayvachi Shabd | भलमनसी का पर्यायवाची शब्द | Meaning in Hindi | प्रयोग कर लेखन को उम्दा बनायें

यदि आप शब्दों के धनी हैं तो अच्छा लेखन प्रस्तुत करने से आप को कोई नहीं रोक सकता। इसलिए पर्यायवाची और विलोम शब्दों का अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करना आवश्यक हो जाता है। इसी कड़ी में पेश है bhalmansi ka paryayvachi shabd [भलमनसी का पर्यायवाची शब्द ]

आशा है कि यह पोस्ट पढ़ने के बाद न केवल आप ‘भलमनसी’ शब्द के बारे में सबकुछ जान जाएंगे, बल्कि ऐसे जानकारी से भरे लेखों को पढ़ने में आप की रूचि भी बढ़ेगी।

Featured image Canva पर बनाई गयी है।

हमेशा की तरह पोस्ट के अंत में आप को इस शब्द से जुड़े एक रोचक प्रकरण को प्रस्तुत किया जाएगा जिससे पठन-पाठन में उत्सुकता एवं आनंद बने रहें।

भलमनसी का अर्थ [ Bhalmansi ka Arth ]

‘भलमनसी’ या ‘भलमनसाहत’ का अर्थ है किसी की अच्छाई। एक अच्छे इंसान के अंदर जो गुण होते हैं उन्हें मिलाकर ही भलमनसी बनती है। जैसे अच्छे आचरण एवं व्यवहार, शालीनता, उदारता, नम्रता, अच्छे विचार, सत्चरित्रता इत्यादि।

अन्य शब्दों की तरह ही भलमनसी का पर्यायवाची शब्द ढूँढ़ने या याद रखने की कोशिश करते वक़्त हमे इसका सही अर्थ, पद तथा रूप याद रखना चाहिए क्योंकि प्रश्न का उत्तर भी समान प्रारूप (format) में देना होता है।

भलमनसी का पर्यायवाची शब्द [ Bhalmansi ka Paryayvachi Shabd ]

नीचे भलमनसी के कुछ लोकप्रिय पर्यायवाची शब्द बताये गए हैं। पाठकों से अनुरोध है कि इन शब्दों के अतिरिक्त यदि कोई अच्छा शब्द मिलता है तो comments section में साझा करें:

  1. सज्जनता ( sajjanta )
  2. भद्रता ( bhadrataa )
  3. शराफत ( sharaafat)
  4. भलमनसाहत ( bhalmansaahat )
  5. सदाचार ( sadachar )
  6. नेकदिली (nekdilee)
  7. शिष्टता (shishtataa)

कई बार प्रश्न-पत्रों में इसी प्रश्न को ऐसे भी पूछ लिया जाता है:
सज्जनता का पर्यायवाची शब्द बताएं।
या
भद्रता का पर्यायवाची शब्द लिखें।
कहने का तात्पर्य यह है कि प्रश्न को ध्यान से पढ़ें एवं पहचानें कि वास्तव में क्या पूछा जा रहा है।

भलमनसी के अंग्रेजी शब्द [ English Synonyms for Bhalmansi ]

  1. Gentleness
  2. Humbleness
  3. Good-heartedness
  4. Courteousness
  5. Politeness
  6. Decency Virtue

प्रश्नोत्तर

सज्जन व्यक्ति से किन गुणों की अपेक्षा की जाती है?

एक सज्जन व्यक्ति को अच्छे चरित्र, मधुर वाणी, आचार-व्यवहार में सभ्यता तथा दया और उदारता जैसे गुणों से परिपूर्ण होना चाहिए। अर्थात सज्जन उसे माना जा सकता है जिसके विचार तथा संस्कार तो अच्छे एवं उदार हों ही, साथ ही वो व्यावहारिक जीवन में दिखाई भी देते हों। इस तरह शिष्टता एवं विनम्रता भी भलमनसी के अवयव हैं।
सज्जन व्यक्ति के अंदर ये दस गुण होने चाहिए

सज्जनता का पर्यायवाची शब्द क्या है?

भलमनसाहत, भद्रता, नेकदिली, शराफत

सज्जन का विलोम शब्द क्या है?

‘सज्जन’ का विलोम शब्द है ‘दुर्जन’।

सज्जन की पहचान क्या है?

सज्जन व्यक्ति अपने आचरण तथा दूसरों के प्रति मन में रखने वाले विचारों के कारण तुरंत पहचान में आ जाते हैं।
उनका व्यवहार अच्छा होगा, वाणी मधुर होगी, मन में दया का भाव होगा, कभी भी किसी के प्रति कलुष नहीं होगा और वे चरित्रवान होंगे।

रहीम दास जी ने भी कहा है –

तरुवर फल नहीं खात हैं , सरवर पियहिं न पान ।
कहि
रहीम पर काज हित, सम्पति सँचहि सुजान ।।

अर्थात, जैसे वृक्ष स्वयं अपना फल नहीं खाते, जैसे सरोवर अपना जल नहीं पीते उसी तरह सज्जन व्यक्ति भी दूसरों के कार्य निःस्वार्थ भाव से करने हेतु संपत्ति संचित करते हैं।

भलमनसी के सन्दर्भ में प्रयोग किये जाने वाले शब्द

ऐसे शब्दों को भी जानना चाहिए जो सज्जनता का वर्णन करते समय उपयोगी होते हैं। मान लीजिये आप को एक लेख लिखना पड़े जिसका शीर्षक कुछ इस तरह का हो:

सज्जन व्यक्ति के गुण या सज्जन की पहचान
तो निश्चित रूप से आप को ऐसे शब्दों की ज़रुरत होगी।

  • मृदुभाषी – जिसकी भाषा नम्र एवं सुसंस्कृत हो
  • परोपकारी – जो दूसरों की भलाई का कार्य करे
  • सदाचारी – जिसके आचार-व्यवहार अच्छे हों
  • करुणा – दया, सहानुभूति, लगाव
  • उदारता – दया, कलुष-रहित
  • सहानुभूति – स्नेह, प्रेम, करुणा

भलमनसी से जुड़ा एक रोचक प्रसंग – फिल्म अमानुष – 1974

निर्माता-निर्देशक शक्ति सामंत ने 70 के दशक में  फिल्म ‘अमानुष’ बनाई थी। इस फिल्म में उत्तम कुमार, शर्मिला टैगोर एवं उत्पल दत्त जैसे दिग्गज कलाकारों ने काम किया था और यह फिल्म सुपर-डुपर हिट हुई थी।  यह फिल्म बंगला और हिंदी दोनों भाषाओं में बनी थी और दोनों ही भाषाओं में इसने कामयाबी के नए कीर्तिमान स्थापित किए थे। नीचे इसी फिल्म की कहानी संक्षेप में बताई जा रही है:

सुंदरबन के एक गांव में रहने वाला प्रभावशाली परिवार का पुत्र मधुसूदन राय चौधरी, अर्थात मधु, अपनी बात को सीधे सपाट लहजे में कहने वाला व्यक्ति है। उसके धूर्त मुनीम महीम घोषाल ने कुचक्र रच कर उसको एक-एक फूटी कौड़ी के लिए मोहताज कर दिया। गांव वालों के बीच मधु को एक पियक्कड़ एवं नाकारा इंसान मान लिया जाता है।

bhalmansi ka paryayvachi shabd - film amanush ka ek drishya

पर वास्तव में मधु एक सज्जन व्यक्ति है। वह समाज के निचले और गरीब तबकों के लिए अपनी आवाज उठाता है और उनकी मदद से कभी पीछे नहीं हटता। 

महीम घोषाल पुलिस इंस्पेक्टर भुवन के कान भर देता है और मधु को अपनी चाल में फांस लेता है। भुवन मधु को जेल में बंद कर देता है। परंतु जल्द ही भुवन को सच्चाई पता लग जाती है और वह समझ जाता है की मधु और उसकी प्रियतमा रेखा दुर्जन एवं  चालबाज मुनीम के शिकार हैं।

पुरानी बातों को याद करते हुए मधु इंस्पेक्टर भुवन को बताता है कि कैसे वह एक चोरी  के झूठे केस में फँस गया था और उसे अपने  ही चाचा ने पुलिस को सौंप दिया था। मधु पर यह दोष भी लगा था कि वह वेश्यावृत्ति करने वाली एक औरत के बच्चे का बाप है। इसलिए मधु जेल में बंद था।  

मधु कारावास समाप्त कर अपने गाँव लौटता है और यह देखकर दंग रह जाता है कि दुष्ट मुनीम महीम घोषाल ने उसके चाचा की हत्या करवा दी है।

मधु की छवि सुधारने में लगा भुवन उसके लिए काम ढूँढ़ कर लाता है। मधु को पास के गांव को बाढ़ से बचाने के लिए एक बांध का निर्माण करना है।

इस बीच मधु कुछ गुंडों से लड़ कर रेखा की इज्जत बचाता है। 

बाढ़ का पानी भयंकर रूप ले लेता है और भयभीत गाँव वाले मधु के पास आते हैं और रेखा के विनती करने पर मधु जाकर बाँध को दुरुस्त कर गाँव वालों की जान बचाता है। एक ऐसा भलेमानुष जिसको अमानुष कहकर समाज में दुत्कार दिया गया था, फिर से अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा प्राप्त कर लेता है।

पर्यायवाची शब्दों का लेखन में नियमित प्रयोग करें

आप किसी भी स्तर के लेखक हो सकते हैं मगर आप को भावों व दृश्यों को सूक्ष्मता से उभारने के लिए शब्दों के विभिन्न रूपों का उपयोग करना पड़ता है।

पढ़ कर या सोच कर आप कई समानार्थी शब्द निकाल सकते हैं पर उन्हें हमेशा अपने लेखों, किस्से-कहानियों तथा कविताओं में पिरो कर ही आप को वास्तविक आनंद की अनुभूति होगी। अतः आज ही से इस प्रक्रिया को लेखन में लगाना शुरू करें।

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