दोस्तों, आज हम चमत्कार के पर्यायवाची शब्दों [chamatkar ka paryayvachi shabd ] के बारे में पढ़ेंगे। जैसा कि आप जानते हैं इस साइट का नारा ” सीरियस पढ़ाई ” है। तो यहाँ हम इस शब्द को अच्छी तरह से खंगाल डालेंगे और इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।
चमत्कार के अर्थ एवं पर्यायवाची से अपनी यात्रा शुरू करते हुए हमलोग FAQs, एक कहानी तथा इसके अंग्रेजी शब्दों का भ्रमण करेंगे। यह सफर हमे शब्द पर अपनी पकड़ मज़बूत बनाने में मदद करने के साथ-साथ भरपूर मनोरंजन भी कराएगा।
तो आइये आरम्भ करते हैं एक चमत्कारिक, ज्ञानवर्धक यात्रा ।
चमत्कार का सही अर्थ क्या है? [ Chamatkar ka Arth ]
एक ऐसी घटना जो आप को हैरान कर दे या एक ऐसा अनुभव जिसकी व्याख्या आप साधारण बातों या कारणों से नहीं कर पाएँ, चमत्कार कहलाती है।
यदि आप ने बचपन में अलादीन की कहानी पढ़ी है तो आप को ज्ञात होगा कि चिराग को रगड़ते ही अचानक एक जिन प्रकट हुआ और उसने कहा, ” क्या हुक्म है मेरे आका?” यह एक चमत्कार था, आश्चर्य था। इसके बारे में हमे कहानी में आगे पता चलता है।
पोस्ट के अंत में अलादीन और जादुई चिराग की कहानी का link दिया गया है।
चमत्कार का पर्यायवाची शब्द क्या है? [ Chamatkar ka Paryayvachi Shabd ]
चमत्कार के पर्यायवाची शब्द निम्नलिखित हैं:
- करिश्मा
- करामात
- आश्चर्य
- विस्मय
- अचम्भा
- जादू
- अजूबा
FAQs
चमत्कारी का पर्यायवाची शब्द क्या है?
विस्मयकारी
जादुई
करामाती
करिश्माई
हैरतअंगेज़
सनसनीखेज
अविश्वसनीय
अजीबोगरीब
चमत्कार का उदाहरण क्या है?
हम उस समय कहते हैं चमत्कार हो गया जब कोई ऐसी घटना घट जाती है जिसका हमे अनुमान न हो।
जैसे किसी बड़ी प्रतियोगिता में पिछले साल का विजेता खिलाड़ी पहले ही चरण में किसी कमजोर खिलाड़ी से हार जाए तो हम कहते हैं कि चमत्कार हो गया क्योंकि यह एक अचम्भा वाली बात है।।
या फिर, किसी छात्र ने कोई नया, आश्चर्यजनक अनुसंधान कर डाला जिससे देश-विदेश में वह चर्चा का विषय बन गया।
चमत्कार शब्द का वाक्य क्या है?
पिछले कुछ वर्षों में देश की अर्थ-व्यवस्था में जो सुधार हुआ है वह चमत्कार नहीं तो और क्या है?
जादूगर ने हमारी आँखों के सामने ही पूरी रेलगाड़ी को गायब करने का चमत्कार कर डाला।
उसने दिखा दिया कि मेहनत और लगन से साधारण मनुष्य भी चमत्कार कर सकता है।
चमत्कार का विशेषण रूप क्या है?
चमत्कार के विशेषण रूप ‘चमत्कारी’ और ‘चमत्कारिक’ दोनों ही हैं। इनके उदाहरण वाक्य निम्नलिखित हैं:
नेता के चमत्कारी भाषण ने लोगों के मन में नया जोश भर दिया।
भारत में हरित क्रांति ने चमत्कारिक बदलाव लाये हैं।
जादू और चमत्कार में क्या अंतर है?
जादू एक ‘क्रिया’ है और चमत्कार ‘परिणाम’।
जैसे, जादूगर ने भीड़ पर सम्मोहन का जादू चला दिया। इस चमत्कार से लोगों को ऐसा महसूस होने लगा कि वे पृथ्वी पर नहीं किसी दूसरे ग्रह पर हैं।
जादूगर ने जो किया वह जादू था, लोगों को जो महसूस हुआ वह चमत्कार था।
चमत्कारी परिणाम का अर्थ क्या है?
‘चमत्कारी परिणाम’ वाक्यांश का प्रयोग साधारणतः सकारात्मक रूप से उत्तम परिणाम के लिए किया जाता है- वह भी तब जब परिणाम आशातीत रूप से श्रेष्ठ हो। जैसे, भारत का दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थ-व्यवस्था बन जाना एक चमत्कारी परिणाम है।
चमत्कार का क्रिया विशेषण क्या है?
‘चमत्कार’ का विशेषण ‘चमत्कारी’ या ‘चमत्कारिक’ है।
अब इस वाक्य को देखिये:
पांच वर्षों में इस विरल आबादी वाले क्षेत्र की जनसख्या चमत्कारिक रूप से बढ़ गयी।
इसमें ‘चमत्कारिक रूप से’ पदबंध क्रिया-विशेषण पदबंध है क्योंकि ये ‘बढ़ गयी’ क्रिया की विशेषता बताता है।
इस उदाहरण से यह समझ में आता है कि ‘चमत्कारिक रूप से’, ‘चमत्कारिक तरीके से ‘, ‘चमत्कारिक ढंग से’ इत्यादि वाक्यांशों को जब क्रिया की विशेषता बताने के लिए उपयोग किया जाता है तो उन्हें क्रिया विशेषण या क्रिया-विशेषण पदबंध कहा जाता है।
यह ध्यान रखना आवश्यक है कि कभी-कभी क्रिया-विशेषण विशेषण और क्रिया-विशेषण की भी विशेषता बताते हैं।
जादू को हिंदी में क्या बोलते हैं?
चमत्कार
इंद्रजाल
तिलस्म
भ्रमजाल
एक अविश्वसनीय उपलब्धि की कहानी
ध्यानचंद का चमत्कार
बात 1936 के बर्लिन ओलंपिक की है। दिन था 15 अगस्त। जैसी कि सबको आशा थी ओलंपिक हॉकी के फाइनल में जर्मनी और भारत पहुंचे थे। फाइनल मैच देखने के लिए स्वयं हिटलर भी दर्शक दीर्घा में बैठे हुए थे। जर्मनी ने अभ्यास मैच में भारत को 4-1 से हरा दिया था और उनको आशा थी कि फाइनल में वो जरूर जीतेंगे। मगर उस दिन एक चमत्कार हुआ।
दारा
भारतीय टीम के आग्रह पर एक और करामाती भारतीय खिलाड़ी अली इक़्तेदार शाह (उनके साथी खिलाड़ी उन्हें दारा कह कर बुलाते थे।) को फाइनल मैच के पहले ऐन मौके पर जर्मनी बुलाया गया। उस समय अली इक़्तेदार भारतीय सेना में कप्तान पद पर तथा ध्यानचंद नायक के पद पर थे।
चोट
पूर्वार्ध में भारतीय टीम कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दौरान जर्मन गोलकीपर के स्टिक से ध्यानचंद के चेहरे पर चोट लग गई और वह लड़खड़ाकर गिर पड़े। उन्हें फील्ड से बाहर आना पड़ा। इस बीच जर्मनी ने एक गोल कर दिया और हाफ टाइम में 1-0 से बढ़त बना लिया। चोट की वजह से ध्यानचंद के कुछ दांत टूट गए थे।
हॉकी के जादूगर – ध्यानचंद
हाफ-टाइम के बाद ध्यानचंद ने पीटी शूज पहने और सनसनीखेज ढंग से खेलते हुए दनादन तीन गोल ठोक डाले। इसके बाद हिटलर मैच बीच में ही छोड़कर चले गए। उनके जादुई खेल से दर्शक, मीडिया, हिटलर, विपक्षी दल के खिलाड़ी – सभी दंग रह गए थे।
दूसरे हाफ में भारतीय टीम ने करिश्माई खेल खेलते हुए मैच को एकतरफा बना दिया। ध्यानचंद ने तीन, दारा ने दो, रूप सिंह, तपसेल और जफर ने एक-एक गोल दागे। भारत के पक्ष में अंतिम स्कोर 8-1 था।
ध्यानचंद का हिटलर को जवाब
ध्यानचंद और उनकी टीम के इस हैरतअंगेज कारनामे के लिए भारतीय टीम को एक रात्रि-भोज में आमंत्रित किया गया। इसमें स्वयं हिटलर भारतीय टीम से मिले। उन्होंने ध्यानचंद की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इसके बाद उन्होंने ध्यानचंद को एक सौगात देने की पेशकश भी की।
हिटलर ने पूछा, ” आप भारतीय आर्मी में किस पद पर काम करते हैं?” ध्यानचंद ने कहा, ” जनाब, मैं एक सैनिक हूँ। ” हिटलर ने कहा, ” मैं भी ऐसे पद पर काम कर चुका हूं। “
इसके बाद हिटलर ने कहा, ” मैं चाहता हूं कि आप जर्मन आर्मी में भर्ती हो जाएँ।“
इसके जवाब में ध्यान चंद ने कहा, ” जनाब, मैं आपकी मेहमान नवाजी की प्रशंसा करता हूं और आपके उदार प्रस्ताव की दिल से सराहना करता हूं। पर मैं एक भारतीय हूं और भारत मेरा घर है। मैं अपने साधारण पद पर ही अपने लोगों के बीच खुश हूँ।
यह सुनने के बाद हिटलर ने धीरे से अपना सिर हिलाया और वहां से चले गए।
क्या आप बता सकते हैं, ध्यानचंद की कहानी में ‘चमत्कार’ या ‘चमत्कारी’ के कौन-कौन से पर्यायवाची शब्द उपयोग किये गए हैं? कृपया comments section में बताएं।
अलादीन और जादुई चिराग की कहानी (cartoon) देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
चमत्कार के अंग्रेजी शब्द
- Miracle
- Marvel
- Surprise
- Wonder
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