जाड़ा का विपरीत शब्द बताइये। यह प्रश्न आपको इस तरीके से भी पूछा जा सकता है: ‘शीतकाल’ या ‘शीत’ का विलोम शब्द लिखिए.
इस पोस्ट में ‘जाड़ा का विपरीत शब्द’ विषय पर चर्चा करेंगे। इस शब्द का अर्थ समझने के बाद इसके विलोम शब्दों पर ध्यान दिया जायेगा। अंत में यह बताया गया है कि मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी ‘पूस की रात’ में जाड़े के मौसम का वर्णन कैसे किया गया है।
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पहले ‘जाड़ा’ शब्द का अर्थ जान लेते हैं.
साधारणतः ऋतुएं चार प्रकार की मानी जाती हैं.
- गर्मी
- जाड़ा
- वसंत
- पतझड़.
गर्मी में तापमान सबसे ज्यादा होता है. इसे ग्रीष्म या ग्रीष्मकाल भी कहते हैं. आप ने ‘ग्रीष्मावकाश’ शब्द शायद सुना होगा. इसका अर्थ ग्रीष्म का अवकाश, अर्थात ‘गर्मी की छुट्टियां’ होता है.
जाड़े में तापमान बहुत कम हो जाता है. इसे सर्दी या शीतकाल भी कहते हैं.
वसंत ऋतु सबसे अच्छी ऋतु मानी जाती है. मौसम धीरे-धीरे शीतकाल से हल्की गर्मी की ओर बढ़ने लगता है. पेड़ों में नयी पत्तियों के आने से चारो ओर हरियाली दिखती है.
पतझड़ पेड़ों से पत्तियों के गिरने का मौसम होता है. इस समय भी मौसम सुहावना होता है.
अब हम ‘जाड़ा’ का विपरीत शब्द या जाड़ा का विलोम (ज्यादा का विलोम शब्द )शब्द जानेंगें.
यदि हम ‘जाड़ा’ शब्द को एक मौसम के रूप में प्रयोग करते हैं तो इसके विपरीत शब्द ये होंगें: गर्मी, गरमी, ग्रीष्मकाल, उष्मकाल, ग्रीष्मऋतु
यदि हम ‘जाड़ा’ को ‘ठण्ड’ के अर्थ में कल्पना करते हैं तो इसके विपरीत शब्द ये होंगें:
गर्मी, ताप, ऊष्मा, निदाघ
जाड़ा का विपरीत शब्द | Jada ka Viprit Shabd
Sl_No | जाड़ा का विपरीत शब्द | Jada ka viprit Shabd |
1 | गर्मी |
2 | गरमी |
3 | ग्रीष्मकाल |
4 | उष्मकाल |
5 | ग्रीष्मऋतु |
6 | गर्मी |
7 | ताप |
8 | ऊष्मा |
9 | निदाघ |
मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘पूस की रात’ में शीतकाल का वर्णन
मुंशी प्रेमचंद जी ने अपनी कहानी ‘पूस की रात’ में शीतकाल का सजीव चित्रण किया है।
गरीब किसान हल्कू ने पेट काट-काट कर जाड़े के मौसम में कम्बल खरीदने के लिए तीन रूपये जमा किये थे। पर उसे सहना के पैसे वापस भी करने हैं। आत्मसम्मान को बचाये रखने के लिए उसने पैसे चुका दिए। पर पूस की ठिठुराने वाली रात को खेत को नीलगायों से बचाने के लिए उसे बिना कम्बल जाड़े की रात काटनी है।
पूस की रात में हल्कू अलाव जलाता है। वो और उसका कुत्ता ‘जबरा’ कैसे ठण्ड से बचते हैं इसका मार्मिक चित्रण मुंशी प्रेमचंद जी ने किया है।
आँख झपकते ही नीलगायें खेत को चर जाती हैं। सुबह उठ कर जब हल्कू यह दृश्य देखता है तो उस दुर्दशा की घड़ी में भी उसे एक आनंद की अनुभूति होती है क्योंकि उसे अब पूस की रात में ठिठुरने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
वह तो मज़दूरी कर के भी अपना गुज़ारा कर लेगा।
FAQs
शीत का विलोम क्या होता है?
शीत का विलोम शब्द ‘ऊष्मा’ होता है। ‘शीतकाल’ का विपरीत शब्द ‘ग्रीष्मकाल’ होता है।
ठंडा माने क्या होता है?
‘ठंडा’ एक विशेषण शब्द है। इसका अर्थ है कम ताप वाला। जैसे ‘ठंडा पानी’ का अर्थ होगा ऐसा जल जिसका तापमान कम हो।
सर्दी का पर्यायवाची शब्द क्या है?
सर्दी के पर्यायवाची शब्द हैं शीतकाल, ठण्ड, हेमंत, शिशिर इत्यादि। अन्य अर्थों के अनुसार कुछ और पर्यायवाची शब्द हैं जुकाम, ठिठुरन, ठंडक इत्यादि।
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