आज की पोस्ट में हम ‘अर्चना’ शब्द का विश्लेषण करेंगे। इस शब्द का अर्थ सविस्तार बताया जाएगा। अर्चना का पर्यायवाची शब्द [archana ka paryayvachi shabd ] बताया जायेगा – सटीक शब्द और नज़दीकी शब्द भी। कुछ ऐसे नजदीकी शब्दों के साथ इसकी तुलना की जाएगी जो सूची में नहीं रखे गए।
इसके बाद लोगों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों का उत्तर दिया जायेगा तथा एक अपठित गद्यांश से प्रश्न भी पूछे जाएंगे।
कुल मिलाकर इस शब्द को पूरी तरह जानने के लिए आपको अन्यत्र कहीं जाना नहीं पड़ेगा।
अर्चना शब्द का अर्थ [ Archana ka Arth Kya hai? ]
जब हम मन को ईश्वर की साधना में लगा रहे होते हैं तब हम अर्चना कर रहे होते हैं। अर्चना का तात्पर्य पूजा से है। पूजा चाहे मन से हो या भौतिक रीति-रिवाजों से, उसमे मुख्यतः प्रभु से जुड़ाव की बात होती है।
ऐसा लगता है कि ‘अर्चना’ में ‘पूजा’ से भी अधिक समर्पण का भाव है। पर अधिकतर दोनों शब्दों का प्रयोग एक साथ किया जाता है। जैसे:
कार्यक्रम के आरम्भ में पूजा-अर्चना की गयी।
सबको नित्य एक निश्चित समय पूजा-अर्चना तथा नैतिक अध्ययन को देना चाहिए।
विशेष टिप्पणी :
‘अर्चना’ शब्द के बारे में मुझे यह तो पता था कि इसका अर्थ ‘पूजा’ होता है। पर मुझे एक बात साफ़ तौर से समझ नहीं आ रही थी।
हम यह बोल या लिख सकते हैं कि ” हमने प्रभु की पूजा-अर्चना की। “
पर क्या हम ऐसा भी कह सकते हैं ” हमने प्रभु से यह अर्चना की कि तमन्ना की आँखे ठीक हो जाएँ। ” ?
इस दूसरे वाक्य में ‘अर्चना’ शब्द का अर्थ विनती या प्रार्थना है। पर विनती और प्रार्थना का सटीक मतलब पूजा नहीं होता है। वे तो पूजा की गतिविधियों में से एक हैं।
इसलिए ‘विनती’ और ‘प्रार्थना’ तथा इनके किसी भी पर्याय को ‘अर्चना’ के समानार्थी शब्दों की सूची में नहीं रखा गया है।
अर्चना का पर्यायवाची शब्द [Archana ka Paryayvachi Shabd ]
- पूजा
- पूजन
- उपासना
- आराधना
- वंदना
- स्तुति
- बंदगी
- इबादत
यह प्रश्न इस तरह भी पूछा जा सकता है
कभी-कभी परीक्षार्थियों को भ्रमित करने के लिए सवाल अलग ढंग से पूछे जाते हैं। पर होशियार छात्र प्रश्न के सभी रूपों से वाकिफ होते हैं। अर्चना का पर्यायवाची भी कई तरह से पूछा जा सकता है।अतः निम्नलिखित प्रश्नों पर भी ध्यान दीजिये, ये भी वही सवाल पूछने के अन्य तरीके हैं।
- अर्चना के समानार्थी शब्द बताइए।
- अर्चना का पर्यायवाची क्या होता है?
- पूजा के समानार्थी शब्द क्या हैं?
- वंदना के तीन पर्यायवाची शब्द बताइए।
- उपासना के समानार्थी शब्द क्या हैं?
- इनमें से अर्चना का समानार्थी शब्द कौन सा है?
‘अर्चना’ शब्द से सम्बंधित अपठित गद्यांश (प्रश्नोत्तर)
इस गद्यांश को ध्यान से पढ़ें:
जब सूर्यकांत शर्मा जी सेवानिवृत हुए तो उन्होंने मन में एक बात ठान ली। वो यह कि वे रोज के रोज प्रभु-साधना में एक घंटा अवश्य व्यतीत करेंगे। उन्होंने अपना सरकारी क्वार्टर छोड़ दिया तथा दनकौर के अपने पैतृक निवास पर चले आए। चार कमरों का मकान था हवा-पानी अच्छा था, मकान के चारों ओर पेड़-पौधे थे। अब यहीं मन लगाना था।
समस्या
सब कुछ ठीक था। एक महीना हँसी-खुशी में निकल भी गया। परंतु एक समस्या थी और वह भी गंभीर। शर्मा जी के घर के ठीक सामने ही सरकारी नल लगा हुआ था। वहां आसपास के लोग पानी भरने के लिए आते थे। बच्चे, औरतें, बूढ़े, जवान सभी। सवेरे शर्मा जी की अर्चना-पूजा के वक्त नल के सामने चिल्ल-पों मची रहती थी। शर्मा जी का बिलकुल ध्यान नहीं लग पाता था। वो जितना इस बारे में सोचते, पूजा से ध्यान उतना ही हट जाता।
तब शर्मा जी ने समस्या को जड़ से समाप्त करने का निर्णय ले लिया। उन्होंने गौर किया कि जितने समय तक पानी आता था वह सबके लिए पर्याप्त मात्रा में था। सारी समस्या का कारण सिर्फ अव्यवस्था थी।
हल
यह सब देखते हुए शर्मा जी ने स्थानीय जल बोर्ड को एक पत्र लिखा जिसमें सारी असुविधाओं का जिक्र था तथा साथ-साथ समस्याओं का हल भी सुझाया गया था। काम तुरंत तो नहीं हुआ पर शर्मा जी ने जल बोर्ड के कई चक्कर लगाकर पानी के समय को डेढ़ घंटे बढ़ाने का आर्डर पास करा ही दिया।
उन्होंने अपने घर का पंद्रह बाई बीस वाला बड़ा बरामदा प्रतीक्षालय बना दिया और वहां बेंचें लगवा दीं। ऊपर से तिरपाल लगाकर उसे छायादार भी बनवा दिया।
परिणाम
कुछ दिनों में लोगों की आदत बदलने लगी। आराम हो गया था तो सिर-फुटौवल की ज़रुरत नहीं थी। लोग बर्तन लिए बैठकर अपनी बारी का इंतज़ार करते और शांति से पानी भर कर ले जाते। इक्का-दुक्का बदमाश तो थे ही जो बीच में आ कर पानी भर ले जाते। पर कोई कुछ न कहता था बस लोग उन्हें हिकारत भरी नज़र से देखते थे। ऐसे लोग भी धीरे-धीरे कम होने लगे क्योंकि वो लगभग बहिष्कृत हो जाते थे।
शर्मा जी की पूजा-उपासना भी सही ढंग से चलने लगी थी। समाज में उनका सम्मान भी बहुत बढ़ गया था। कौन कहता है कि स्वार्थ से समाज का भला नहीं हो सकता? सबकुछ तो शर्मा जी ने प्रभु की अर्चना अच्छे से कर पाने के लिए ही किया था, स्वयं के लिए।
उपरोक्त अपठित गद्यांश से कुछ प्रश्न पूछे गए हैं। उपलब्ध बहुविकल्पीय उत्तरों में से सही उत्तर चुनें:
A. प्रभु-साधना से आप क्या समझते हैं?
- ईश्वरीय आराधना
- पूजा सामग्री
- योग
- भिक्षा
B. इनमें से कौन सा शब्द पूजा का पर्यायवाची नहीं है?
- अर्चना
- स्तुति
- उपासना
- वशीकरण
C. चिल्ल-पों का क्या अर्थ है?
- खुले पैसे
- शोर-शराबा
- मवेशी
- पैदल चलने वाले
D. “जितने समय तक पानी आता था वह सबके लिए पर्याप्त मात्रा में था।“
उद्धृत वाक्य के बारे में कौन सी बात गलत है?
- यह बात शर्मा जी ने सोची थी।
- सरकारी नल से पानी आने और बंद होने का कोई निश्चित समय था।
- लोगों के लिए पानी नाकाफ़ी था।
- ज़रुरत भर पानी उपलब्ध था।
E. सूर्यकांत शर्मा जी ने पानी की अव्यवस्था दूर करने के लिए इनमे से कौन सा काम नहीं किया ?
- उन्होंने जल बोर्ड को पानी से सम्बंधित असुविधाओं का जिक्र करते हुए पत्र लिखा
- उन्होंने मौसम विभाग को संपर्क किया।
- उन्होंने छायादार प्रतीक्षालय बनवा दिया।
- उन्होंने सरकारी नल में पानी रहने के समय को बढ़वा दिया।
उत्तर
A-4, B-4, C-2, D-3, E-2
‘अर्चना’ के अंग्रेजी शब्द
- Worship
- Adoration
FAQs
अर्चना किसका पर्यायवाची शब्द है?
अर्चना के समानर्थी शब्द हैं पूजा, स्तुति, वंदना, पूजन, उपासना इत्यादि।
वंदना को क्या कहते हैं?
ईश्वर की आराधना या पूजा को ही वंदना कहते हैं। इसे हम स्तुति, उपासना या इबादत भी कह सकते हैं।
अर्चना का अर्थ क्या है?
जब हम ईश्वर का प्रेम पाने के लिए ध्यान लगाकर उनकी आराधना करते हैं तो उसे ही अर्चना कहा जाता है। ध्यान को दृढ करने हेतु हम पूजा-अर्चना में विभिन्न सामग्रियों का उपयोग करते हैं तथा नियमों और संस्कारों का पालन करते हैं।
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यूट्यूब में अर्चना शब्द के पर्यायवाची जानने के लिए इस लिंक को क्लिक करें:
https://www.youtube.com/watch?v=0ZfUcDdhVZ8
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